ट्रेंडिंग टाइटल: पंजाब में भयानक बाढ़ का कहर: 37 मौतें, 3.5 लाख लोग प्रभावित, फसलें डूबीं, राहत कार्य तेज
- Digital Bookish
- 5 days ago
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पंजाब में इस समय भारी बारिश और बाढ़ की वजह से भयंकर तबाही मची हुई है। सितंबर 2025 की शुरुआत में आई इस बाढ़ को पिछले दशकों की सबसे खराब बाढ़ माना जा रहा है। दोनों तरफ के पंजाब—भारतीय पंजाब और पाकिस्तानी पंजाब—में स्थिति गंभीर है। भारतीय पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ का असर पड़ा है, जहां 37 लोगों की मौत हो चुकी है, 3.55 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, और 1.75 लाख एकड़ से ज्यादा फसलें पानी में डूब गई हैं। पाकिस्तानी पंजाब में भी लाखों लोग विस्थापित हुए हैं, और भारत द्वारा नदियों में पानी छोड़े जाने को लेकर विवाद भी छिड़ गया है। आइए इस खबर को पूरे विस्तार से समझते हैं, जिसमें कारण, प्रभाव, राहत कार्य, राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और भविष्य की चेतावनियां शामिल हैं। यह जानकारी विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों से एकत्रित है, और मैं इसे सरल हिंदी में समझा रहा हूं ताकि हर कोई आसानी से समझ सके।
बाढ़ के मुख्य कारण
पंजाब में बाढ़ की मुख्य वजह भारी मॉनसून बारिश है, जो पिछले कई दिनों से लगातार हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि सितंबर के पहले हफ्ते में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया था। इससे सतलुज, ब्यास, रावी और चेनाब जैसी प्रमुख नदियां उफान पर हैं।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर विवाद: पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत ने बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़ा, जिससे पाकिस्तानी पंजाब में बाढ़ आई। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने रावी, सतलुज और चेनाब नदियों में पानी छोड़ा, जिससे पाकिस्तान में 5 लाख लोग विस्थापित हुए और दर्जनों मौतें हुईं। वहीं, भारत का कहना है कि यह पानी बारिश की वजह से बढ़ा है, न कि जानबूझकर छोड़ा गया। यह विवाद दोनों देशों के बीच जल-संबंधी समझौतों (जैसे इंडस वॉटर ट्रीटी) को फिर से चर्चा में ला रहा है।
जलवायु परिवर्तन का असर: कई रिपोर्ट्स, जैसे हिंदुस्तान टाइम्स की, बताती हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण मॉनसून की तीव्रता बढ़ गई है। अतिक्रमण, जंगलों की कटाई और शहरों में कंक्रीट का बढ़ता उपयोग भी बाढ़ को बदतर बना रहा है। पंजाब में नदियों के किनारे अवैध निर्माण और ड्रेनेज सिस्टम की कमी ने समस्या बढ़ाई है।
डैम और जल स्तर: भाखड़ा डैम और पोंग डैम जैसे प्रमुख बांधों में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया कि 1988 के बाद पहली बार डैम के ऊपर से पानी बहा, जो ऐतिहासिक तबाही का संकेत है।
बाढ़ का प्रभाव: मानवीय, आर्थिक और पर्यावरणीय नुकसान
बाढ़ ने पंजाब को बुरी तरह प्रभावित किया है। यहां विस्तार से देखते हैं:

मानवीय नुकसान:
भारतीय पंजाब में 37 मौतें दर्ज की गईं, जिनमें डूबने, भूस्खलन और बिजली गिरने की घटनाएं शामिल हैं।
3.55 लाख लोग प्रभावित, जिनमें से हजारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी पंजाब में 3 लाख लोग पिछले 48 घंटों में निकाले गए।
1,400 से ज्यादा गांव डूबे, जिनमें अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला और पटियाला जैसे जिले सबसे ज्यादा प्रभावित। यूट्यूब वीडियो (जैसे IBC24 न्यूज) में दिखाया गया कि घर, स्कूल और अस्पताल पानी में डूबे हैं।
महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा पीड़ित। कई जगहों पर लोग छतों पर फंसे रहे, और सेना ने हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया।
आर्थिक नुकसान:
कृषि पर सबसे बड़ा असर: 1.75 लाख एकड़ फसलें नष्ट, जिसमें चावल, कपास और सब्जियां शामिल। न्यूज ऑन एयर की रिपोर्ट में कहा गया कि यह दशकों की सबसे खराब बाढ़ है, जो किसानों की कमर तोड़ देगी।
अर्थव्यवस्था को धक्का: रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी पंजाब में हजारों गांव और फार्म तबाह, जो देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा। भारत में भी सड़कें, पुल और बिजली ग्रिड क्षतिग्रस्त, जिससे व्यापार ठप।
स्कूल-कॉलेज बंद: पंजाब सरकार ने 7 सितंबर तक सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए। ट्रिब्यून इंडिया की खबर में कहा गया कि छात्रों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया।
पर्यावरणीय प्रभाव:
नदियां प्रदूषित: लुधियाना की बुद्धा नाला जैसी जगहों पर औद्योगिक कचरा पानी में मिल गया, जो स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा रहा है।
वन्यजीव प्रभावित: बाढ़ से जंगलों और वेटलैंड्स को नुकसान, जो भविष्य में सूखे का कारण बन सकता है।
राहत और बचाव कार्य: सरकार और संगठनों की भूमिका
बाढ़ से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर राहत कार्य चल रहे हैं:

सरकारी प्रयास:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और हर नुकसान की भरपाई का वादा किया। एनडीटीवी की रिपोर्ट में बताया गया कि ड्रोन से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
केंद्र सरकार सक्रिय: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अमृतसर और अन्य इलाकों का दौरा किया, किसानों से मिले और फसल नुकसान का आकलन किया। एबीपी न्यूज के वीडियो में दिखाया गया कि सेना ने 22 सीआरपीएफ जवानों और नागरिकों को बचाया।
पाकिस्तान में एनडीएमए (नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी) हाई अलर्ट पर है।
एनजीओ और सेलिब्रिटी मदद:
सिंगर दिलजीत दोसांझ ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर लोगों से मदद की अपील की, कहा "हम इस मुसीबत से निकल जाएंगे"।
इंस्टाग्राम रील्स (जैसे Supporting Punjab Flood Relief) में बताया गया कि एनजीओ दान मांग रहे हैं। टख्त श्री पटना साहिब में अरदास की गई।
किसानों ने ट्रैक्टरों से बचाव कार्य में मदद की, जो अधिकारियों के लिए भी लाइफलाइन बने।
चेतावनी और भविष्य के कदम: मौसम विभाग ने कहा कि 4 सितंबर से बारिश कम हो सकती है, लेकिन खतरा टला नहीं। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में मेट डिपार्टमेंट ने रेड अलर्ट जारी रखा। विशेषज्ञों का कहना है कि बेहतर ड्रेनेज, बांध प्रबंधन और जलवायु अनुकूल नीतियां जरूरी हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और विवाद
बाढ़ ने राजनीति को भी गर्मा दिया है:
AAP विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा पर पुलिस कार्रवाई, लेकिन उन्होंने इसे साजिश बताया।
कांग्रेस और अकाली दल ने AAP सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया। इंडियन एक्सप्रेस की खबर में बताया गया कि विपक्ष ने कल्याण कैंप बंद करने का विरोध किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब का दौरा किया, कहा "पूरा देश पंजाब के साथ खड़ा है"।
पंजाब यूनिवर्सिटी चुनाव में ABVP की जीत भी चर्चा में, लेकिन बाढ़ ने इसे पीछे धकेल दिया।
अन्य संबंधित खबरें
स्कूल हॉलिडे: सितंबर 2025 में पंजाब में भारी बारिश के कारण स्कूल बंद, साथ ही त्योहारों की छुट्टियां। जगरण जोश की रिपोर्ट में पूरी लिस्ट दी गई।
अन्य घटनाएं: पंजाब में बैंक मैनेजर पर हमला, गैंगस्टर दाविंदर बंबीहा ग्रुप का दावा। एनडीटीवी की खबर में बताया गया कि अपराध भी बढ़ा है।
सांस्कृतिक खबरें: यो यो हनी सिंह और करण औजला पर पंजाब महिला आयोग ने गाने के बोलों पर कार्रवाई की। टाइम्स ऑफ इंडिया में डिटेल्स।
स्वास्थ्य अलर्ट: बाढ़ से बीमारियां फैलने का खतरा, जैसे डेंगू और मलेरिया। हिंदू की रिपोर्ट में चेतावनी।
यह बाढ़ पंजाब के इतिहास में एक दुखद अध्याय है, लेकिन लोगों का जज्बा और मदद की भावना उम्मीद जगाती है। अगर स्थिति में बदलाव आता है, तो अपडेट जरूर लूंगा। यह सामग्री मूल रूप से तैयार की गई है और किसी भी कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं करती।
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