भिवानी मनीषा हत्याकांड से लेकर हालिया अपराध कहानियाँ: क्या हमारी सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है?
- Digital Bookish
- 3 days ago
- 2 min read
🔴 1. भिवानी लेडी टीचर मनीषा हत्याकांड

हरियाणा के भिवानी जिले में 19 वर्षीय मनीषा, जो एक प्ले-स्कूल की टीचर थीं, 11 अगस्त 2025 को कॉलेज जाने के बाद अचानक लापता हो गईं। उनके पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने शुरुआत में इसे गंभीरता से नहीं लिया और कहा कि "लड़की खुद लौट आएगी"।
13 अगस्त को गाँव के पास एक नहर किनारे उनका शव बरामद हुआ। गला रेता हुआ था और साफ झलक रहा था कि यह एक सुनियोजित हत्या है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में गुस्से की लहर दौड़ गई।
जनता का विरोध
ग्रामीणों और परिजनों ने शव लेने से मना कर दिया।
दिल्ली-पिलानी हाईवे और भिवानी-हांसी रोड पर लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
छात्राओं और महिलाओं ने मोमबत्ती मार्च निकाला।
प्रशासनिक कार्रवाई
भिवानी के SP को हटा दिया गया।
SHO समेत पाँच पुलिसकर्मी निलंबित हुए।
जाँच के लिए विशेष SIT गठित की गई।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने सरकार पर कानून-व्यवस्था विफल होने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने पुलिस लापरवाही स्वीकार की और आश्वासन दिया कि दोषियों को सख्त सजा मिलेगी।
🔴 2. अन्य हाई-प्रोफाइल अपराध मामले
(क) हालिया हत्याएँ और हमले
देश के कई हिस्सों से हत्या और हमले की घटनाएँ सामने आईं—
दिल्ली: घरेलू विवाद में पत्नी ने पति की हत्या कर दी।
उत्तर प्रदेश: जमीन विवाद में दो गुटों में गोलीबारी, 3 लोग मारे गए।
महाराष्ट्र: गैंगवार में गोलीबारी से व्यापारी की मौत।
(ख) महिलाओं पर बढ़ते अपराध
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आँकड़े दिखाते हैं कि महिलाओं पर अपराध जैसे रेप, स्टॉकिंग, घरेलू हिंसा और हत्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
(ग) साइबर क्राइम
डिजिटल युग में अब ऑनलाइन फ्रॉड, बैंकिंग ठगी और साइबर बुलिंग नए तरह के अपराध बन चुके हैं। हर दिन हजारों लोग शिकार बनते हैं और पुलिस साइबर सेल इनकी जांच कर रही है।
🔴 3. पुलिस और जनता के बीच अ
विश्वास
जनता का मानना है कि पुलिस समय रहते कार्रवाई नहीं करती।
कई मामलों में FIR दर्ज होने में देरी होती है।
राजनीतिक दबाव और भ्रष्टाचार भी जांच को प्रभावित करते हैं।
🔴 4. समाज पर असर
लोग अब अपनी बेटियों और परिवार की सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं।
हर बड़ा अपराध सिर्फ एक केस नहीं, बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा भावना को झकझोर देता है।
अपराध की वजह से कानून-व्यवस्था पर विश्वास कम होता जा रहा है।
🔴 5. आगे का रास्ता
पुलिस को त्वरित कार्रवाई और पारदर्शी जांच करनी होगी।
अपराधियों के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट में मुकदमे चलाए जाएँ।
समाज में महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा और जागरूकता पर ज़ोर दिया जाए।
🕯️“खामोशी से मर जाती हैं बेटियाँ,
सिस्टम की उदासी में गुम हो जाती हैं बेटियाँ।
कभी सड़क पर मोमबत्ती,
कभी पंचायत में नारे,
हर बार इंसाफ़ के लिए तरस जाती हैं बेटियाँ।”
⚖️ कॉपीराइट डिस्क्लेमर
Copyright Disclaimer: © 2025 FBP - fantaasco BlogPost.
All rights reserved. Powered by: The F Group
Sponsored by: fanbuluxe.in
Comments