बिहार से जुड़े एक मामले में एक महिला शिक्षिका, मनीषा की हत्या के बाद हरियाणा में विरोध प्रदर्शन भड़क उठे हैं। पुलिस की कथित निष्क्रियता के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-पिलानी राजमार्ग को अवरुद्ध कर
- Digital Bookish
- 3 days ago
- 2 min read
बिहार से जुड़े एक मामले में एक महिला शिक्षिका, मनीषा की हत्या के बाद हरियाणा में विरोध प्रदर्शन भड़क उठे हैं। पुलिस की कथित निष्क्रियता के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-पिलानी राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया है।
मामले का विवरण:

पीड़िता: मनीषा, 19 वर्षीय प्ले स्कूल शिक्षिका, जो ढाणी लक्ष्मण गाँव की रहने वाली थी।
घटना: 11 अगस्त को, मनीषा अपने घर से लोहारू के सिंघानी गांव में एक नर्सिंग कॉलेज में दाखिले के बारे में पूछताछ करने निकली थी। उसी दिन दोपहर करीब 1 बजे वह कॉलेज के पास सीसीटीवी फुटेज में देखी गई थी। उसके बाद वह लापता हो गई।
शव की बरामदगी: 13 अगस्त को, उसका शव सिंघानी गांव के पास खेतों में मिला। शव की हालत बहुत खराब थी, गर्दन कटी हुई थी और शरीर के कुछ हिस्से जानवरों द्वारा नोचे गए थे।
पुलिस पर आरोप: मनीषा के परिवार का आरोप है कि जब वह 11 अगस्त को लापता हुई थी, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया था, लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने यह कहकर मामला टाल दिया कि शायद वह भाग गई होगी और कुछ दिनों में लौट आएगी।
विरोध और प्रदर्शन: पुलिस की इस लापरवाही और हत्यारों की गिरफ्तारी में देरी के कारण लोगों में भारी आक्रोश है।
मनीषा के परिजन और ग्रामीण कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया है और मांग की है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान, दिल्ली-पिलानी राजमार्ग को भी कई बार अवरुद्ध किया गया है।
विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने भी विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया है।
प्रशासनिक कार्रवाई:
विरोध प्रदर्शनों और बढ़ते दबाव के बाद, हरियाणा सरकार ने कार्रवाई की।
भिवानी के पुलिस अधीक्षक (SP) का तबादला कर दिया गया है।
लोहारू थाने के एसएचओ और कुछ अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
नए एसपी सुमित कुमार को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच:
शव का पोस्टमार्टम किया गया है, लेकिन परिवार वाले एक नए बोर्ड द्वारा फिर से पोस्टमार्टम कराने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि उनका आरोप है कि पहली रिपोर्ट निर्णायक नहीं है।
पुलिस ने मामले की जांच के लिए विशेष टीमें गठित की हैं और संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
वर्तमान स्थिति:
विरोध प्रदर्शन और धरना जारी है। परिवार और ग्रामीण न्याय की मांग पर अड़े हुए हैं।
राजनीतिक दल भी इस मुद्दे को उठा रहे हैं और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठा रहे हैं।
यह मामला हरियाणा में कानून और व्यवस्था की स्थिति को लेकर एक बड़ा सवाल बन गया है और लोगों का गुस्सा पुलिस की शुरुआती लापरवाही पर केंद्रित है। 📜 कॉपीराइट अस्वीकरण: © 2025 FBP - फंतास्को ब्लॉगपोस्ट। सर्वाधिकार सुरक्षित। द्वारा संचालित: द एफ ग्रुप
प्रायोजित: फैनबुलक्स (fanbuluxe.in)
Comments